वास्तु और दर्पण—क्या सही और क्या गलत—जानना चाहेंगे ?

Rita Deo Rita Deo
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वास्तु शास्त्र के वाद-विवाद में दर्पण का उल्लेख ज़रूर होता है क्योकि दर्पण को एक शक्तिशाली उपकरण माना जाता है। वास्तु में, दर्पण सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने, सभी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और समृद्धि को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है । इस प्रकार, अपने घर या किसी अन्य जगह में एक दर्पण रखने से उसके ये काबिलियत उभरते हैं ।

समृद्धि को दोगुना करना  

सकारात्मक ऊर्जा भेजना

नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखना  

अपने घर में दर्पण प्रतिष्ठान और नियुक्ति के नियमों और विनियमों का अनुपालन करने के लिए, यहां एक त्वरित गाइड है जो दर्पण के साथ क्या करना और नहीं करना करने का ज्ञान देता है। आपको  पालन करने के लिए आतंरिक डिजाइनर बुलाने की आवश्यकता नहीं है क्योकि दर्पणों का रख-राखु आप खुद कर सकते हैं

1. आमने—सामने का दर्पण नियोजन

एक-दूसरे के सामने कभी भी 2 दर्पण न रखें क्योंकि यह अधीरता का कारण बनता है और घर में अस्वस्थ ऊर्जा बढ़ाता है।

2. सही आकार

कमरों के अंदर घर के लिए आयताकार या वर्ग के आकार का दर्पण चुनें, क्योंकि उन्हें वास्तु के तहत शुभ माना जाता है।

3. स्थान और ऊंचाई

यह सुनिश्चित करें कि जमीन के ऊपर लगभग 4 से 5 फीट की ऊंचाई पर दर्पण रखा गया है।

4. शयनकक्ष में दर्पण का सही स्थान

बड़े मेज या बिस्तर से दूर ड्रेसिंग टेबल को रखना शुभ माना जाता है पर ऐसा करते वक़्त सुनिश्चित करें कि शरीर के कोई भी भाग सोने के दौरान आईने में प्रतिबिंबित नहीं हो। वास्तु में यह माना जाता है कि अगर सोते वक़्त शरीर का हिस्सा आईने में प्रतिबिंबित हो तो उन्हें कुछ गंभीर चिकित्सा स्थितियों का सामना करना पड़ता है।

5. सुंदर चित्रों को प्रतिबिंबित करें

अगर खिड़की के बाहर कोई सुंदर परिदृश्य होता है तो उस खिड़की के सामने एक दर्पण रखकर इस तरह से दर्पण में देखा जा सकता है कि सकारात्मक ऊर्जा और परिदृश्य की सुंदरता को महसूस किया जा सकता है। इससे घर के अंदर अधिक आनंद और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश में मदद मिलती है।

6. डाइनिंग टेबल के सामने

अपने दर्पण को इस तरह डाइनिंग टेबल के साने रखकर फर्नीचर को दर्शाएं, क्योंकि यह भोजन के दोहरीकरण का प्रतीक है और धन को आकर्षित करता है।

7. कभी अंधेरे में नहीं

यदि आपके बाथरूम में दर्पण हैं तो सुनिश्चित करें कि वे कभी भी अंधेरे में नहीं हैं।

8. तिजोरी के सामने आइना

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नकद पैसे या तिजोरी के अलमारियों के सामने अपने दर्पण रखें और यह आपके घर में अधिक वैभव और पैसे आकर्षित करें ।

9. गोलाकार दर्पण

गोल और अंडाकार दर्पण को वास्तु शास्त्र में शुभ नहीं माना जाता है।

10. कांच से बने खिड़की के पैनल

यदि खिड़की के शीशे या आपके घर का दरवाज़ा कांच के बने हैं तो उन्हें पारदर्शी नहीं होना चाहिए।

11. अध्यन या पढाई स्थल में आईना न रखें


अध्ययन क्षेत्र में कोई दर्पण रखें क्योंकि यह अध्ययन से एकाग्रता को विचलित करता है।

12. मार्ग या गैलरी

संकीर्ण दीर्घाओं में दर्पण को स्थापित करना क्योंकि वो इन स्थानों से नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखती है जो साधारणतः इन हिस्सों में आकर्षित होते है।

13. सही स्थान

कमरों के अंदर दर्पण, दीवार घड़ियां और कांच से बने अन्य सजावटी सामान को ऐसे सजाये के ये घर की उत्तर या पूर्वी दीवारों को प्रतिबिंबित करें।

14. वास्तु दोष

एक सामान्य वास्तु दोष है घर के बीचो-बीच एक दीवार का होना, पर इस दोष को खत्म करने के लिए, आप यहाँ दर्पण रख सकते हैं। यदि आपके घर में किसी भी कोने में कटौती हो रही है जो एक और वास्तु दोष है तो उसके सामने में दर्पण लगा दें। विपरीत व्यवस्था में दो दर्पण को ऐसे रखें के लगे के दोनों छत और ज़मीन के मंजिल को छू रहें हों।

15. प्रवेश पर कोई दर्पण नहीं

प्रवेश द्वार पर कभी भी दर्पण, कांच या अन्य चमचमाती वस्तुएं मत लगाएं क्योंकि यह सभी सकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर भेज देगा। खुशी, धन और ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए आपके प्रवेश द्वार वास्तु के नियमों का पालन करना चाहिए।

इन सरल सिद्धांतों का पालन करें और परिवर्तन देखें। अपने घर में धन लाने के लिए और अधिक विचार जानने के लिए, इस वास्तु गाइड को पढ़ें

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