जब हम प्रार्थना या ध्यान लगाते हैं, तो घर और जीवन में स्थिरता के साथ-साथ शांति की भी प्रवाह होता है जिन्हे अधिकतर लोग ज़िन्दगी के अनमोल क्षणों में गिनते हैं। घर में भले आध्यात्मिक कमरा न हो पर एक छोटा पूजा स्थल ज़रूर होना चाहिए जहाँ भगवान् से खुशहाल जीवन के लिए प्राथना और उनके द्वारा दिए हुए उपहारों के लिए आभार प्रकट कर सके।
हालांकि, हर घर में अलग पूजा कक्ष बनाने के लिए एक कमरा समर्पित करना संभव नहीं है पर आराधना करने के लिए घर के एक छोटे से महत्वपूर्ण क्षेत्र या कोने को समर्पित करने की परंपरा निभा सकते हैं। इस विचार पुस्तक में आपको 7 विनम्र पूजा अलमारियाँ से पहचान कराएँगे जो आपके छोटे घर के लिए उपयुक्त होंगे।
यदि आप भगवान की साधना के लिए कलाकृति के सुसज्जित स्थल बनाना चाहते हैं तो इस तरह का फ्लैट कैबिनेट सबसे अच्छा काम करेगा। इसमे आप भगवान् की मूर्ती के साथ दीया, आरती की थाली और अन्य चीजों को रख कर कमरे और घर के वातावरण को प्रकाशमान और स्वच्छ बना सकते हैं।
सफेद संगमरमर का शांत और सौम्य रूप पूजा कक्ष के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। यह छोटा मंदिर के नमूने-सा पूजा कैबिनेट सफेद स्लैब पर बैठा है और निश्चित रूप से घर के मंदिर के रूप में एक विशेष आभा बिखेरता है। सिमित रूप-रेखा होने के कारन ये छोटी क्षेत्र में समर्पित होते हुए भी मन और आत्मा में भक्तिभाव भर देता है।
यदि आप एक बंद अलमारी में अपनी इष्ट देवी-देवताओ की उपस्थिति को सीमित नहीं करना चाहे तो अपने प्रेम का प्रदर्शन करने के लिए इस तरह का बहुस्तरीय डिजाइन अपना सकते है । इसमें सब भगवानो को प्यार से सजाकर रखने और उनके लिए कई प्रकार की पूजा-अर्चनाएं करने के लिए भी पर्याप्त स्थान है जो किसे भी दरवाज़े से सिमित नहीं है ।
बाहर और अंदर की दुनिया में अच्छा संतुलन बनाये रखती है जैसे के यहाँ इस पूजा घर कैबिनेट में जो बैठक जैसे व्यस्त जगह में होते हुए भी एकांत प्रदान करता है। इस छोटी से विशेष स्थान में पूजे की जगह को काच के कैबिनेट में सजा कर उन्हें घर के कार्यक्रम में दुसरे सदस्यों जैसे ही जोड़ लिए गहै है ।
यदि बंद अलमारी में आपकी पूजा-अर्चना की विधियों में अड़चन आती है तो इस तरह का विकल्प अपनाये जिसे शयनकक्ष या घर के किसी भी शांत कोने में सजाया जा सके। यह खुली कैबिनेट का उपयोग करने से हर पूजा सामग्री को रखने के लिए पर्याप्त स्थान के साथ-साथ मनोरम वातावरण भी बना रहता है।
अगर आप भगवान कृष्ण को अपना आराध्य देव मानते है तो हर बुध को उनकी विशेष पूजा करते होंगे क्यों वो दिन उनके लिए समर्पित है। इस कलात्मक ढंग से रचे गए सफ़ेद खुले कैबिनेट में जीवन के सब अच्छे और बुरे अनुभव अपने भगवन से हर दिन बाँट सकते हैं।
मंदिरों में भले लम्बे दियो का उपयोग होता हो लेकिन इस तरह के छोटी अलमारियों के अंदर सामने वाले पूजा घरो में लंबे समय तक दीये जलाने से आग लगने का डर बना रहता है। यदि अपने बैठक या रसोई में शानदार सजावट जोड़ना चाहते हैं, तो इस तरह के लकड़ी के बैकग्राउंड के सामने चांदी के देवी-देवता सजाने से पूजा गृह के साथ-साथ सजावटी टुकड़ा भी बन जाता है।
कुछ और पूजा कमरे के अलमारियों को देखना न भूलें जब आप अपने घर में पूजा अलमारी बनवाये ।